500 Rupees Note: देश में डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने के लिए सरकार एक नई दिशा में कदम बढ़ा रही है। पहले ₹2000 के नोट को धीरे-धीरे चलन से बाहर किया गया, अब ₹500 के नोट को लेकर भी नई योजना पर काम हो रहा है। जानकारों के अनुसार सरकार ₹500 के नोट को अचानक बंद नहीं करेगी, बल्कि इसे चरणबद्ध तरीके से सिस्टम से हटाया जाएगा ताकि आम जनता पर कोई सीधा असर न पड़े।
2026 के बाद बदल सकती है स्थिति
बैंकिंग मामलों के जानकार अश्विनी राणा के अनुसार सरकार और आरबीआई इस दिशा में पहले से विचार कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि 2026 के बाद ₹500 के नोट को लेकर बदलाव की घोषणा हो सकती है। हालांकि यह फैसला आरबीआई की औपचारिक सहमति और विस्तृत योजना के तहत ही लिया जाएगा। इसके लिए पहले से चरणबद्ध तैयारी की जाएगी जिससे कैश पर निर्भरता धीरे-धीरे कम की जा सके।
RBI नहीं अपनाएगा नोटबंदी का तरीका
सरकार इस बार 2016 जैसी तात्कालिक नोटबंदी की रणनीति नहीं अपनाना चाहती है। ₹500 के नोटों को सिस्टम से हटाने के लिए यह प्रक्रिया धीमी और व्यवस्थित होगी। विशेषज्ञों के अनुसार बैंक और एटीएम को निर्देश दिया जाएगा कि ₹500 के बजाय ₹100 और ₹200 के नोटों का सर्कुलेशन बढ़ाया जाए। इसके बाद धीरे-धीरे ₹500 के नोट बैंकों के जरिए सिस्टम में वापस आने लगेंगे।
ATM में बदलने लगेंगी प्राथमिकताएं
सरकार की योजना है कि बैंकों को पहले ही इस दिशा में तैयार किया जाए। इसके तहत एटीएम से ₹500 के नोटों की निकासी सीमित कर दी जाएगी। इसकी जगह छोटे नोटों की आपूर्ति बढ़ाई जाएगी जिससे जनता को रोज़मर्रा के लेन-देन में परेशानी न हो। धीरे-धीरे बाजार में ₹500 के नोट कम दिखने लगेंगे और कैश ट्रांजैक्शन का आकार भी छोटा होगा।
₹100 और ₹200 के नोट होंगे प्राथमिक
इस योजना के तहत छोटे मूल्यवर्ग के नोटों की मांग तेजी से बढ़ाई जाएगी। आरबीआई पहले ही ₹100 और ₹200 के नोटों की छपाई और वितरण बढ़ा चुका है। यह कदम इसीलिए उठाया गया है ताकि जब ₹500 के नोटों का सर्कुलेशन घटे तो बाजार में नकदी की किल्लत न हो। इससे उपभोक्ता भी छोटे नोटों के साथ अधिक सहज हो सकेंगे और भुगतान प्रक्रिया सुगम बनी रहेगी।
धीरे-धीरे सिस्टम से हटेगा ₹500 नोट
जानकारों का मानना है कि सरकार ₹500 के नोट को एक साथ बंद नहीं करेगी, बल्कि जनता को समय देकर धीरे-धीरे सिस्टम से बाहर किया जाएगा। यह तरीका आम लोगों के लिए आसान होगा और बाजार में नकदी का संतुलन भी बना रहेगा। जब बैंकों के पास ₹500 के नोट जमा होने लगेंगे तो धीरे-धीरे उनकी री-इशू प्रक्रिया बंद की जाएगी और नए नोट आना बंद हो जाएंगे।
नोटबंदी जैसा असर नहीं होगा
विशेषज्ञों ने स्पष्ट किया है कि यह प्रक्रिया नोटबंदी जैसी नहीं होगी। सरकार ऐसा कदम अचानक नहीं उठाएगी जिससे जनता में अफरा-तफरी हो। ₹500 के नोट धीरे-धीरे बैंकों के पास लौटाए जाएंगे और जनता को अपनी नकदी जमा कराने का पर्याप्त समय दिया जाएगा। यह एक व्यवस्थित बदलाव होगा जिससे डिजिटल पेमेंट की ओर संक्रमण आसान हो सकेगा।
Disclaimer: यह लेख विशेषज्ञों की टिप्पणियों और मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है। 500 रुपये के नोट को बंद करने के संबंध में सरकार या आरबीआई की ओर से कोई आधिकारिक घोषणा अभी तक जारी नहीं हुई है। किसी भी निर्णय पर पहुँचने से पहले आधिकारिक सूचना की प्रतीक्षा करें।