CIBIL Score Good News: अगर आपका सिबिल स्कोर 700 से ज्यादा है तो आपके लिए खुशखबरी है। बैंक और वित्तीय संस्थाएं ऐसे लोगों को ज्यादा भरोसेमंद मानती हैं और उन्हें कई तरह के फायदे देती हैं। अच्छा सिबिल स्कोर आपकी क्रेडिट प्रोफाइल को मजबूत बनाता है और लोन से लेकर क्रेडिट कार्ड तक सब कुछ आसान कर देता है। आइए जानते हैं कि 700 से ज्यादा CIBIL स्कोर होने पर आपको कौन-कौन से बड़े फायदे मिल सकते हैं।
कम ब्याज दर पर मिलेगा लोन
700 से अधिक सिबिल स्कोर होने पर सबसे बड़ा फायदा यह है कि बैंक कम ब्याज दर पर लोन देने के लिए तैयार रहते हैं। लोन प्रोसेसिंग भी जल्दी होती है और लोन अप्रूवल में ज्यादा समय नहीं लगता। होम लोन, पर्सनल लोन या कार लोन सभी पर कम ब्याज दर का लाभ लिया जा सकता है।
क्रेडिट लिमिट बढ़ाने में आसानी
अच्छा क्रेडिट स्कोर होने से क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़वाना आसान हो जाता है। बैंक खुद ही आपके कार्ड की लिमिट बढ़ाने का ऑफर देते हैं। इससे आप जरूरत के समय ज्यादा खर्च कर सकते हैं और अपनी फाइनेंशियल जरूरतें बिना परेशानी पूरी कर सकते हैं।
फटाफट मिल जाएगा नया क्रेडिट कार्ड
700 से ज्यादा सिबिल स्कोर वाले ग्राहक को बैंक और फाइनेंस कंपनियां प्री-अप्रूव्ड क्रेडिट कार्ड ऑफर करती हैं। इसके लिए आपको ज्यादा डॉक्यूमेंटेशन की जरूरत नहीं पड़ती और कार्ड जल्दी मिल जाता है। साथ ही, आपको ज्यादा रिवार्ड प्वाइंट और कैशबैक ऑफर्स भी मिलते हैं।
बिना गारंटर के लोन की सुविधा
अगर आपका क्रेडिट स्कोर अच्छा है तो कई बार बैंक बिना किसी गारंटर या सिक्योरिटी के भी लोन दे देते हैं। इससे समय की बचत होती है और दस्तावेजी प्रक्रिया भी कम हो जाती है। यह सुविधा खासकर पर्सनल लोन में देखने को मिलती है।
EMI पेमेंट में मिलती है छूट
कुछ बैंक और फाइनेंस कंपनियां अच्छे सिबिल स्कोर वाले ग्राहकों को EMI पर विशेष छूट और ऑफर्स देती हैं। समय पर भुगतान करने पर अतिरिक्त छूट या कैशबैक भी मिल सकता है। इससे लोन चुकाना आसान और किफायती बन जाता है।
कैसे बढ़ाएं अपना सिबिल स्कोर
अगर आपका स्कोर 700 से कम है तो चिंता न करें। समय पर EMI और क्रेडिट कार्ड बिल का भुगतान करें, ज्यादा लोन एक साथ न लें और पुराना लोन जल्दी निपटाएं। इससे आपका सिबिल स्कोर धीरे-धीरे सुधरेगा और आपको उपरोक्त सभी फायदे मिलना शुरू हो जाएंगे।
Disclaimer
यह जानकारी सामान्य जानकारी के लिए दी गई है। व्यक्तिगत लाभ और नियम बैंक और फाइनेंस कंपनियों के अनुसार अलग हो सकते हैं। लोन या क्रेडिट से जुड़े किसी भी निर्णय से पहले संबंधित संस्था की आधिकारिक जानकारी जरूर जांचें।