EPFO ने 2025 की शुरुआत से अपने प्लेटफॉर्म को पूरी तरह डिजिटल और पारदर्शी बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। इन बदलावों का सीधा लाभ देश के सात करोड़ से ज्यादा कर्मचारियों और पेंशनधारकों को मिलेगा। इनका मकसद प्रोसेस को आसान करना, फंड ट्रांसफर को तेज बनाना और सदस्य सेवाओं को स्मार्ट और उपयोगकर्ता फ्रेंडली बनाना है। अब UAN से जुड़े ज्यादातर कार्य घर बैठे ऑनलाइन पूरे किए जा सकेंगे जिससे समय और दस्तावेज़ दोनों की बचत होगी।
अब प्रोफाइल अपडेट करना होगा आसान
EPFO की नई व्यवस्था में अब कर्मचारी अपनी प्रोफाइल डिटेल्स को खुद ऑनलाइन अपडेट कर सकते हैं। अगर आपका यूनिवर्सल अकाउंट नंबर आधार से लिंक है, तो नाम, जन्मतिथि, जेंडर, वैवाहिक स्थिति, माता-पिता का नाम और नौकरी की तारीख जैसी जानकारी बिना किसी दस्तावेज़ के बदल सकते हैं। यह प्रक्रिया पूरी तरह डिजिटल है लेकिन 2017 से पहले बनाए गए UAN के लिए कंपनी की मंजूरी अभी भी ज़रूरी हो सकती है।
PF ट्रांसफर में नहीं चाहिए अब मंजूरी
नौकरी बदलने के बाद अब PF ट्रांसफर की प्रक्रिया पहले से कहीं ज्यादा आसान हो गई है। 15 जनवरी 2025 से EPFO ने नई व्यवस्था लागू की है जिसमें PF ट्रांसफर के लिए न पुराने नये किसी भी एम्प्लॉयर की मंजूरी की आवश्यकता नहीं रहेगी। इसका मतलब है कि नौकरी बदलते ही आपका फंड स्वतः नए खाते में चला जाएगा और प्रक्रिया में किसी प्रकार की देरी या जटिलता नहीं आएगी।
ज्वॉइंट डिक्लेरेशन की सुविधा हुई डिजिटल
EPFO ने 16 जनवरी 2025 से ज्वॉइंट डिक्लेरेशन की प्रक्रिया को भी पूरी तरह डिजिटल बना दिया है। अब अगर सदस्य का UAN आधार से लिंक है या पहले से आधार वेरिफाइड है तो वे बिना किसी दफ्तर गए ऑनलाइन ही यह फॉर्म भर सकते हैं। हालांकि अगर UAN नहीं है या आधार जुड़ा नहीं है या सदस्य की मृत्यु हो गई है तो उस स्थिति में फिजिकल फॉर्म भरना अब भी अनिवार्य रहेगा।
पेंशन ट्रांसफर में भी आया बदलाव
EPFO ने 1 जनवरी 2025 से CPPS यानी Centralised Pension Payment System लागू किया है जिससे पेंशन सीधे एनपीसीआई प्लेटफॉर्म के ज़रिए किसी भी बैंक अकाउंट में भेजी जा सकती है। पहले PPO को क्षेत्रीय दफ्तरों में भेजना पड़ता था जिससे देरी होती थी लेकिन अब यह प्रक्रिया पूरी तरह से खत्म कर दी गई है। PPO को अब UAN से लिंक करना अनिवार्य कर दिया गया है ताकि पेंशनर्स डिजिटल लाइफ सर्टिफिकेट को भी ऑनलाइन जमा कर सकें।
उच्च वेतन पर पेंशन के नए नियम
EPFO ने हाई सैलरी वालों के लिए पेंशन नियमों को स्पष्ट कर दिया है। अगर कोई कर्मचारी तय सीमा से अधिक वेतन पर पेंशन चाहता है तो उसे PF में अधिक योगदान देना होगा। इसके अलावा जो कंपनियां EPFO के तहत नहीं आतीं और अपने ट्रस्ट चलाती हैं, उन्हें भी इन नियमों का पालन करना अनिवार्य होगा। सभी भुगतान और वसूली अब नए पारदर्शी सिस्टम के तहत की जाएंगी जिससे किसी प्रकार की गड़बड़ी की संभावना नहीं रहेगी।
अब पूरी तरह डिजिटल हो गया है EPFO
EPFO अब सिर्फ निवेश का प्लेटफॉर्म नहीं रह गया है बल्कि यह एक स्मार्ट डिजिटल सर्विस बन चुका है। हर बदलाव का उद्देश्य यह है कि कर्मचारी बिना किसी दिक्कत के अपने फंड और पेंशन से जुड़ी सुविधाओं का लाभ उठा सकें। ऑनलाइन फॉर्म, खुद की प्रोफाइल अपडेट, त्वरित फंड ट्रांसफर और बैंक अकाउंट में डायरेक्ट पेंशन ट्रांसफर जैसी सेवाओं ने EPFO को ज्यादा आधुनिक बना दिया है।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। किसी भी तरह का वित्तीय निर्णय लेने से पहले आधिकारिक EPFO पोर्टल या विशेषज्ञ सलाह जरूर लें। नियमों में समय-समय पर बदलाव संभव हैं, इसलिए नई जानकारी के लिए आधिकारिक स्रोतों पर नज़र बनाए रखें।