Indian currency notes: भारतीय रिजर्व बैंक ने हाल ही में ₹50 और ₹200 के नोटों को लेकर महत्वपूर्ण अलर्ट जारी किया है। देशभर में इन नोटों के नकली संस्करण तेजी से फैलने की शिकायतें बढ़ रही थीं। ऐसे में आरबीआई ने लोगों को असली और नकली नोट की पहचान के तरीकों की जानकारी दी है। साथ ही यह भी स्पष्ट किया है कि इन नोटों को लेकर अफवाहों पर ध्यान न दें और सत्यापित जानकारी के आधार पर लेन-देन करें।
₹50 और ₹200 के नोट क्यों हैं चर्चा में
₹50 और ₹200 के नोट भारत में सबसे ज्यादा इस्तेमाल किए जाने वाले मूल्यवर्गों में आते हैं। छोटे लेन-देन के लिए ₹50 के नोट की मांग सबसे अधिक है जबकि ₹200 का नोट ग्राहकों को बड़े नोट के मुकाबले अधिक सुविधाजनक लगता है। हाल ही में इन दोनों नोटों की नकली प्रतियों के बाजार में फैलने की शिकायतें सामने आने लगीं, जिसके बाद आरबीआई ने स्थिति को स्पष्ट करते हुए जरूरी कदम उठाए हैं।
आरबीआई को मिल रही थी लगातार शिकायतें
आरबीआई को लगातार मिल रही शिकायतों के अनुसार, बाजार में नकली ₹50 और ₹200 के नोट तेजी से फैल रहे थे। सोशल मीडिया पर इनसे जुड़ी कई पोस्ट और वीडियो वायरल हो रहे थे। इन परिस्थितियों को देखते हुए आरबीआई ने उपभोक्ताओं को सावधान रहने के लिए कहा है और नकली नोटों से बचने के लिए स्पष्ट दिशानिर्देश भी जारी किए हैं। इससे बैंकिंग प्रणाली में विश्वास बहाल करने की कोशिश की गई है।
₹50 के नोट की असली पहचान क्या है
आरबीआई के अनुसार, ₹50 के असली नोट की पहचान उसके डिजाइन और सुरक्षा फीचर्स से की जा सकती है। नोट के सामने की ओर देवनागरी में ‘५०’ अंकित होता है और महात्मा गांधी की तस्वीर भी होती है। ‘INDIA’ और ‘50’ सूक्ष्म अक्षरों में लिखा गया होता है। सुरक्षा थ्रेड पर ‘भारत’ और ‘RBI’ भी अंकित रहता है, जिसे नोट को तिरछा करके देखा जा सकता है। इसके अलावा नोट में अशोक स्तंभ और वॉटरमार्क भी दिए गए हैं।
₹50 नोट की पिछली साइड में छिपे संकेत
₹50 के नोट की पिछली साइड पर वह साल लिखा होता है जब वह छपा गया था। साथ ही स्वच्छ भारत अभियान का लोगो और उसका स्लोगन भी दिया गया होता है। इसके अलावा एक भाषायी पैनल और विशिष्ट आकार 66×135 मिमी भी इसकी पहचान को सुनिश्चित करता है। नोट के नंबर छोटे से बड़े फॉन्ट में होते हैं जो नकली नोट से अलग होते हैं।
₹200 के नोट में क्या है खास पहचान
₹200 के नोट को तिरछा करने पर उसके सिक्योरिटी थ्रेड का रंग हरे से नीले में बदलता है। इसके अलावा लेटेंट इमेज, स्वच्छ भारत का लोगो, गारंटी क्लॉज, अशोक स्तंभ और महात्मा गांधी की तस्वीर जैसे सुरक्षा संकेत भी मौजूद होते हैं। ₹200 के नोट में कई फीचर्स ₹50 के नोट से मिलते-जुलते होते हैं, जिससे इनकी पहचान करना आसान हो जाता है।
ग्राहक कैसे करें नोट की जांच और शिकायत
अगर किसी ग्राहक को संदेह होता है कि उसके पास नकली ₹50 या ₹200 का नोट है तो वह उसकी जांच आरबीआई द्वारा बताए गए संकेतों से कर सकता है। यदि कोई दुकानदार या व्यक्ति इन असली नोटों को नकली कहकर लेने से मना करता है, तो ग्राहक अपनी शिकायत बैंक में या आरबीआई की वेबसाइट पर दर्ज करा सकता है। इसके अलावा कटे-फटे नोटों को भी बैंक में बदला जा सकता है।
डिस्क्लेमर: यह लेख सार्वजनिक स्रोतों और आरबीआई की गाइडलाइंस पर आधारित है। इसमें दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल सामान्य जागरूकता बढ़ाना है। किसी भी वित्तीय निर्णय से पहले कृपया संबंधित अधिकृत स्रोत या बैंक से पुष्टि अवश्य करें। लेख में शामिल जानकारी समय के साथ परिवर्तित हो सकती है।